TadkaBright || दोस्तों आज का ये आर्टिकल बहुत ज्यादा खास और बहुत ज्यादा लम्बा होने वाला है क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम इंटरनेट का परिचय और इतिहास जानने वाले हैं और साथ में इंटरनेट का उपयोग कहाँ कहाँ होता है। आज हम इंटरनेट का परिचय, इंटरनेट का उपयोग, वर्ल्ड वाइड वेब (WWW), ब्राउज़र, वेबसाइट, यूनिफार्म रिसोर्स लोकेटर (यूआरएल URL), डोमेन नेम सिस्टम (DNS), इंट्रानेट (Intranet) और कनेक्टिंग टू इंटरनेट (इंटरनेट से जुड़ना) आदि सभी के बारे में आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे -
इंटरनेट का परिचय इतिहास (Introduction Of Internet and History) -
➤ इंटरनेट का इतिहास (History Of Internet)
इंटरनेट की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने की थी युद्ध की स्थिति में संचार व्यवस्था को सुरक्षित बनाने के लिए इंटरनेट का निर्माण किया गया था इसी क्रम में आरपानेट ARPANet(advanced research projects agency) नामक एक नेटवर्क को विकसित किया गया जो को धीरे धीरे एक संचार माध्यम (कम्युनिकेशन चैनल) में परिवर्तित हो गया। इसे कॉन्ट्रैक्ट‚ मिलिट्री के लोग एवं विश्वविद्यालय के शोधकर्ता यूज करने लगे एवं उसके विकास में अपना योगदान देने लगे।
नेटवर्क को इस्तेमाल करने के लिए कुछ मानकीकृत (स्टैंडर्ड) प्रोटोकॉलओं के समूह को विकसित किया गया जिससे द्वारा लोग एक दूसरे से कम्युनिकेट कर सकें एवं डाटा शेयर कर सकें। सन 1980 मैं नेशनल साइंस फाउंडेशन ने कुछ हाई स्पीड कंप्यूटर्स को जोड़कर एक नेटवर्क(NSFNet) तैयार किया जिसने बाद में इंटरनेट की नींव रखी 1980 तक इसमें काफी नेटवर्क जुड़े एवं सहयोग करने लगे। सन 1991 में नेशनल रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क(NREN) की स्थापना की गई नेशनल रिसर्च एंड एजुकेशन नेटवर्क का लक्ष्य शोध एवं शिक्षा से संबंधित सूचनाओं के संप्रेषण के लिए हाई स्पीड नेटवर्क को विकसित करना था साथ ही साथ इंटरनेट के लिए वाणिज्यिक उपयोग(commercial uses) की संभावनाओं की तलाश करना था।
इंटरनेट सूचना का सुपर हाईवे के नाम से भी प्रसिद्ध है इसके जरिए आप नवीनतम वित्तीय समाचार पा सकते हैं लाइब्रेरी कैटलॉग को ब्राउज़र कर सकते हैं अपने दोस्तों के साथ इंफॉर्मेशन एक्सचेंज कर सकते हैं यह एक जीवित राजनीतिक बहस में शामिल हो सकते हैं।
➤ इंटरनेट (Internet) :
इंटरनेट सूचना संप्रेषण का एक वैश्विक कंप्यूटर नेटवर्क (ऐसे कंप्यूटर्स जो आपस में कनेक्टेड हैं)यह यूजर्स व सूचना आदान-प्रदान करने का मंच प्रदान करता है इंटरनेट में संचार के लिए विभिन्न प्रकार के प्रोटोकॉल्स का प्रयोग किया जाता है जिससे डाटा ट्रांसफर में उद्देश्य प्रस्ताव को बनाए रखने में मदद मिलती है इन कंप्यूटरों में सरकार‚विश्व विद्यालय‚कंपनीज‚एवं लोगों के व्यक्तिगत कंप्यूटर शामिल हैं ज्यादातर इंटरनेट सेवा क्लाइंट सर्वर मॉडल पर कार्य करती हैं जब कोई कंप्यूटर फाइल रिसीव कर रहा होता है तो क्लाइंट कहलाता है तथा जब वह फाइल सेंड कर रहा होता है तो वह सर्वर बन जाता है इंटरनेट पर एक्सेस प्राप्त करने के लिए उस क्षेत्र में इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ अकाउंट खोलना होता है।
इंटरनेट का परिचय और इतिहास तो लगभग आप जान ही गए होंगे इसके अलावा भी इंटरनेट का उपयोग होता है जो निम्न प्रकार निचे दिए गए है अगर हम इस आर्टिकल में सभी क्षेत्र बताएँगे तो ये बहुत बड़ा हो जायेगा और आप इसे पड़ते पड़ते बोर हो जाओगे इस्सलिये अब अन्य क्षेत्रों को अलग अलग आर्टिकल में बताया है -
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Written & Posted By - Manish Kumar Gangotri || TadkaBright.Com
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