TadkaBright || दोस्तों इस कोरोना की महामारी ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों और सरकार को बहुत नुकसान हुआ है इस कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई पर बहुत बुरा असर पड़ा है जो स्कूल जून जलाई के माह में प्रारंभ हो जाते थे वह अभी भी नहीं हुए है।
केंद्र सरकार ने 21 सितंबर से स्कूल खोलने के दिशा-निर्देश जारी किए थे लेकिन राजस्थान राज्य की सरकार ने राज्यय में स्कूल खोलने से स्पष्ट इनकार कर दिया है क्योंकि राजस्थान में कोरोना केे मरीज दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहेे हैं ऐसे में लोगों और विद्यार्थियोंं की सुरक्षा को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूल नहीं खोलनेेे के निर्देश जारी किए गए हैं।
दोस्तों कक्षा 1 से लेकर 8 वीं तक विद्यार्थियों को पास करने का प्रावधान रखा गया था लेकिन इस प्रावधान में अब कुछ नई शिक्षा नीति के तहत कुछ बदलाव कर दिए गए हैं।
राज्य सरकार ने गुरुवार 17 सितंबर को कक्षा 5 वीं और 8वीं बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर राज्य सरकार नेे अधिसूचना जारी की है इसके तहत अब आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को फेल करने का प्रावधान रखा गया हैैैै। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि पहले कक्षा आठवीं केे विद्यार्थियों फेेेल करने का प्रावधान नहीं था पहले पांचवी और आठवीं के विद्यार्थियों को ग्रेड के आधार पर पास कर दिया जाता था लेकिन अब आठवीं के विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षााा में असफल होने पर फल किया जाएगा और पुन: अगली साल उसी कक्षा में अध्ययन करना होगा।
60 दिन के अंदर होगी सप्लीमेंट्री परीक्षाएं : -
राज्य सरकार ने यह फैसला लिया है कि अब पांचवी और आठवीं में मुख्य परीक्षा के बाद सप्लीमेंट्री परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। अगर पांचवी के विद्यार्थी पूरक परीक्षा (सप्लीमेंट्री) मैं भी असफल रहते हैं तो उन्हें अनुत्तीर्ण नहीं किया जाएगा।
लेकिन आठवीं के विद्यार्थियों के साथ ऐसा नहीं होगा आठवीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा में असफल रहे विद्यार्थियों को पु:न इसी कक्षा में अध्ययन करना होगा।
कक्षा 5वीं के विद्यार्थी नहीं होंगे फेल लेकिन पूरक परीक्षा का आयोजन होगा : -
राज्य शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया है कि पांचवी केे विद्यार्थीयो की मुख्यय परीक्षा होने के बाद पूरक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और सप्लीमेंट्री की परीक्षाओं में पांचवी केे विद्यार्थियों फेल नहीं किया जाएगा।
आठवीं के विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री में असफल होने पर फेल किया जाएगा : -
राज्य सरकार के द्वारा पहले आठवीं के विद्यार्थियों को फेल करने का प्रावधान नहीं था लेकिन इस साल के सत्र में यह संशोधन किया गया है की आठवीं के विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षाओं में असफल रहने पर सप्लीमेंट्री परीक्षा कराई जाएगी सप्लीमेंट्री परीक्षा कराने के बाद भी अगर विद्यार्थी असफल रहते हैं तो पुन: उसी कक्षा में पढ़ाई करनी होगी।
क्या रहेगी संशोधन की प्रक्रिया : -
किस संशोधन के द्वारा इसी साल नया सत्र शुरू किया जाएगाा इसी सत्र में पांचवी और आठवीं परीक्षाएं विधिक रुप में आयोजित की जाएगी दोनोंं कक्षाओं की मुख्यय परीक्षाओं के बाद 60 दिनोंं के अंदर सप्लीमेंट्री परीक्षा आयोजित की जाएगी और इस परीक्षा में पांचवी केे विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रवेेेेेश के लिए रोका नहीं जाएगा। लेकिन कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री परीक्षा में फेल होने पर दोबारा आठवीं कक्षा में ही पढ़ना होगा।
पहले नहीं था 8वीं फेल का प्रावधान : -
संविधान के 86 वें संविधान संशोधन अधिनियम 2002 के तहत सभी बच्चों को अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान रखा गया था और इसके तहत 8 वीं क्लास के बच्चों को फेल नहीं करना था। और ग्रेड के आधार पर विद्यार्थियोंं को पास करने का प्रावधान रखा गया था लेकिन इस साल नए सत्र के दौरान आठवींं के विद्यार्थियोंं को फेल करने का प्रावधान रखा गया।
पांचवी बोर्ड में सप्लीमेंट्री परीक्षा का प्रावधान तो जोड़ा गया है लेकिन किसी विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री परीक्षा में असफल होने पर भी सभी विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में भेज दिया जाएगा अतः पास कर दिया जाएगा।
दोस्तों अगर Tadka Bright की टीम के द्वारा यह जानकारी आपको अच्छी लगी तो शेयर और कमेंट जरूर करें ताकि अपने दोस्तों को भी राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का पता चले धन्यवाद!
Posted By - Rakesh Kumar Prajapat | TadkaBright.Com
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts. Please let me know.