राजस्थान में मंदिर और धार्मिक स्थल कब से खुलेंगे - TadkaBright.Com

Rajasthan me mandir aur dharmik sthal kab khulenge

TadkaBright || दोस्तो  कॉरोना एक ऐसी वैश्विक महामारी है जिसने पूरे विश्व को देश को और प्रदेश के सभी लोगों को घरों के अंदर रहने के लिए मजबूर कर दिया है लोग अपने घरों से बाहर तक नहीं जा पा रहे हैं अगर बाहर निकलने का सोचते भी हैं तो करोना  जैसी बीमारी का ख्याल आ जाता है दोस्तों राजस्थान में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं और राजस्थान के कोरोना वॉरियर्स (doctors) कोरोना केेेेे संक्रमण में आए लोगों को जल्द से जल्द और अधिक संख्या में कोरोना के मरीजो को ठीक कर रहे हैं इसी कारण रिकवरी रेट में बढ़ोतरी हो रही है। 
 
दोस्तों भारत सरकार ने पूरे भारत में 21 मार्च को लॉक डाउन की प्रक्रिया को अंजाम दिया था और अब 6 महीने हो चुके हैं सरकार ने लॉकडउन मैं लोगों को जो परेशानियां आई है उसी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने और कई राज्यों की सरकार ने अनलॉक प्रक्रिया अपनाई है। राजस्थान सरकार के मानवीय मुख्यमंत्री श्रीमान अशोक गहलोत ने कोण संक्रमण की समीक्षा बैठक में अनलॉक प्रक्रिया के द्वारा छूट का दायरा बढ़ा दिया है और प्रदेश में धार्मिक स्थल और मंदिरों को खोलने की मंजूरी दे दी है।
 

 
मंदिरों और धार्मिक स्थलों को बंद करने का कारण :-
 
दोस्तों यह तो आप सभी जानते हैं की राजस्थान ही नहीं बल्कि भारत केे सभी राज्यों के गांंव और शहरों में धार्मिक स्थल और मंदिरों को कोविड-19 के कारण बंद कर दिया गया था जिसके कारण भक्तों को त्योहारों पर कई परेशानियां हुई भक्तों ने भगवान की पूजा व धार्मिक त्योहारों का  आयोजन अपने अपने घरों में रहकर ही किया था कोविड-19 के कारण 6 महीने से धार्मिक स्थल बंद किए गए हैं।
 
धार्मिक स्थल कब से खोले जाएंगे :-
 
कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक में मानवीय मुख्यमंत्री श्रीमान अशोक गहलोत जी नेे अनलॉक 4 की प्रक्रिया में एक और छूट का दायरा बढ़ाया है प्रदेश में 6 महीने बाद भक्तों के लिए 7 सितंबर 2020 को धार्मिक स्थल खोले जाएंगे । अब सभी भक्तों को अपने ईश्वर की पूजा करने का मौका मिलेगा लेकिन अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार द्वारा कई प्रयास किए जाा रहे।

सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क की पालना अनिवार्य है :-
 
प्रदेश के सीएम ने मंदिर व धार्मिक स्थल खोलने 7 सितंबर को  मंजूरी दे दी है लेकिन इसीी दौरा मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और अपने सुरक्षात्मक सभी उपाय को ध्यान में रखकर इसकी पालना करना अनिवार्य होगा।
 


बड़े धार्मिक स्थलों की व्यवस्थाएं कौन संभालेगा :-
 
कोरोना की महामारी  को देखते हुए मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर कहीं भीड़ जमा होगी उसी की व्यवस्था को देखते हुए धार्मिक स्थलों को भी सैनिटाइज करना आवश्यक हो गया है प्रशासनिक जिलोंं मे कलेक्टर और एसपी उनके जिलों के धार्मिक स्थलों पर जाकर वहांं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को देखेंगे कि वहां की सुरक्षा और व्यवस्था अच्छी चल रही है या नहीं।

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने क्या कहा:-
 
प्रदेश केे मुख्यमंत्री सीएम गहलोत ने कहा हैै कि धार्मिक स्थलों केेेे संचालन के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए जिसमें सारे धर्म धर्म गुरुओं और साथ ही मंदिरों में वह धार्मिक स्थलों पर भक्तों की भीड़ एकत्रित न होने दें।
 
सीएम गहलोत ने सभी भक्तों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिरों एवं उसके बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सभी आम जन से निवेदन है कि वह मुंह पर मास्क या रुमाल लगा कर आए और साथ ही हाथ में लगाने के लिए सैनिटाइजर साथ लाएं।
 


आम जनता से हमारा निवेदन : -
 
TadkaBright.Com की ओर से निवेदन है कि सभी आमजन  और भक्तों को इस कोरोना संक्रमण की महामारी को देखते हुए जहां तक संभव हो सके भगवान की पूजा,अर्चना ,उपासना और नमाज घर पर रहकर ही करें तो और भी बहुत अच्छा होगा ताकि धार्मिक स्थलों पर भीड़ नहीं जूटे और आपकी सुरक्षा आपके हाथ में हैं भीड़ भाड़ में जाने से बचे।

दोस्तों हमारे द्वारा दी गई जानकारी अगर आपको अच्छी लगी हो तो कृपया करके हमारे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें और सभी के साथ शेयर करें ताकि यह जानकारी सभी आम जन तक पहुंच जाए। धन्यवाद!
 
Posted By - Rakesh Kumar Prajapat | TadkaBright.Com

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