अबेकस, एनालिटिकल इंजन और (ENIAC) मशीनों की जानकारी हिंदी में - TadkaBright.Com


TadkaBright || अबेकस, एनालिटिकल इंजन और इलेक्ट्रॉनिक न्यूमरल इंटीग्रेटर एंड कैलकुलेटर (ENIAC) इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के बारे में आज के इस लेख में हम जानेंगे, की अबेकस क्या है और अबेकस की खोज कब और किसने की, एनालिटिकल इंजन क्या है और इसकी खोज किसने की और साथ ही आपको बताएँगे की इलेक्ट्रॉनिक न्यूमरल इंटीग्रेटर एंड कैलकुलेटर (ENIAC) क्या है और इसकी खोज किसने और कब की। तो आइये इनके बारे में विस्तार से जानते है।
 


(1). अबेकस क्या है और अबेकस का आविष्कार

अबेकस, जो की 5000 साल पहले उभर के आया था उसे पहले कंप्यूटर के रूप में माना  जा सकता है। इस डिवाइस में रैक पर स्लाइडिंग बीड्स (मोती को ऊपर निचे खींचने की प्रक्रिया) का प्रयोग करके बेसिक गणना की जा सकती थी, लेकिन कागज और पेंसिल के अधिक प्रसार और उपयोग में आने के कारण धीरे धीरे अबेकस का महत्व खत्म हो गया। अगला कंप्यूटिंग डिवाइस जो की तकनीकी नज़र से बेहतर था, के निर्माण में लगभग 12 शताब्दियों का समय लग गया। वर्ष 1642 में, ब्लेस पास्कल ने एक संख्यात्मक पहिया कैलकुलेटर का। यह पीतल आयताकार बॉक्स आठ चल नंबर दयाल करके आठ अंको तक की संख्याओं को जोड़ने का काम करती थी। उन्होंने इस मशीन का नाम पस्कालिन दिया था।


एक जर्मन गणितज्ञ, गोट्फ्रिएद विल्हेम वॉन लाइबनिट्स ने वर्ष 1646 में, पस्कालिन मशीन में सुधार करते हुए एक मशीन बनाई जो की गुणा भी कर सकती थी, लाइबनिट्स मैकेनिकल गुणक गियर और डायल की एक प्रणाली द्वारा काम करता था।  इस मशीन का 1820 तक इस्तेमाल किया गया था,उसके पश्चात फ़्रांसिसी चार्ल्स जेवियर थॉमस डी कोलमार द्वारा यांत्रिक कैलकुलेटर शुरू किये गए थे,जो की चार बुनियादी गणित कार्यो के प्रदर्शन करने में सक्छम था। यह Arithometer के नाम से नामित किया गया था, इसकी बहुमुखी प्रतिभा के साथ, Arithometer व्यापक रूप से प्रथम विश्व युद्ध तक इस्तेमाल किया गया था।



(2). एनालिटिकल इंजन क्या है और एनालिटिकल इंजन का आविष्कार

कंप्यूटर की वास्तविक शुरुआत, जिसके बारे में आज हम जानते है, एक गणित के प्रोफेसर चार्ल्स बेबेज के द्वारा की गयी थी। एक नयी मशीन विकसित की गयी जो की विभेदक समीकरणों को करने में सक्षम थी, और उसे Difference Engine का नाम दिया गया। यह मशीन भाप के द्वारा संचालित की गयी थी, जो आकार में काफी बड़ी थी और प्रोग्राम को स्टोर करने में तथा गणना करने के साथ ही परिणाम को Print (मुद्रित) करने में सक्षम थी। 10 वर्षों तक Difference Engine पर काम करने के बाद, चार्ल्स बैबेज़ पहले सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर पर काम करने के लिए प्रेरित हुए और उस मशीन को विश्लेषणात्मक इंजन (Analytical Engine) का नाम दिया। चार्ल्स बैबेज़ के सहायक अगस्ता एडिए किंग (Augusta Ada King) ने मशीन के डिजाइन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी । इनके काम पर अमेरिका के रक्षा विभाग ने 1980 मे उनके सम्मान मे एक नयी प्रोग्रामिंग भाषा ADA का नाम दिया था ।


चार्ल्स बैबेज़ द्वारा डिजाइन किया गया विश्लेषणात्मक इंजन (Analytical Engine) आज के मानकों की तुलना मे बहुत प्रारंभिक मशीन हैं । हालांकि, इसमे आधुनिक सामान्य प्रयोजन कंप्यूटर के बुनियादी तत्वों की चर्चा की गयी है । विश्लेषणात्मक इंजन 50,000 से अधिक घटकों से मिलकर बनाया गया था, बेसिक इनपुट डिजाइन पंचड कार्ड के रूप मे बनाया गया था । इसके अंदर एक 'मिल' एवं कंट्रोल इकाई भी होती हैं जो की निर्देशों को किसी भी क्रम मे process कर आउटपुट मुद्रित परिणाम आउटपुट डिवाइस पर देखे जाते थे ।



(3). इलेक्ट्रॉनिक न्यूमरल इंटीग्रेटर एंड कैलकुलेटर (ENIAC) क्या है और  ENIAC का आविष्कार

एक अमेरीकी आविष्कारक, (Herman Hollerith) हरमन होलेरिथ ने वर्ष 1889 मे, कंप्यूटिंग के लिए जैक्वार्ड हाथकरघा अवधारणा लागु की थी। वह अमेरिका की जनगणना की गणना करने के लिए एक तेजी से रास्ता खोज करना कहते थे। हॉलेरिथ की विधि से कार्ड का इस्तेमाल कर डाटा को स्टोर किया जाता था और परिणामो को ज्ञात किया जाता था। हॉलेरिथ जो व्यापार की दुनिया में पंच - कार्ड को लाये थे, जिससे आगे चलकर 1924 में आई बी एम (IBM) का उदय हुआ था। अन्य कंपनियों ने भी बाजार में प्रवेश किया और व्यावसायिक उपयोग के लिए पंच रीडर का निर्माण किया, सरकारी और गैर - सरकारी दोनों कंपनियों ने वर्ष 1960 तक डेटा प्रोसेसिंग के लिए पंच कार्ड का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा, कई अन्य वैज्ञानिको और इंजीनियरों को कंप्यूटर के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की थी। वानेवर बुश (Vannever Bush) ने वर्ष 1930 में एक अंतर विश्लेषक नामक एक यंत्रवत संचालित डिवाइस विक्षित किया था। यह पहला सामान्य प्रयोजन अनुरूप कंप्यूटर था।


जॉन एटानासौफ और बेरी ने वर्ष 1939 में पहली बार एलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटिंग डिवाइस का निर्माण किया और अपनी पूरी डिज़ाइन को 1942 में पूरा किया था, यह कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक्स के सिद्धांत पर और ऑन एवं ऑफ की अवधारणा पर तैयार किया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, कोलोसस द्वारा कोड ब्रेकर (Code Breakers) विकसित किया गया था, यह पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था। वर्ष 1946 में, प्रथम All-Purpose इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर ENIAC (इलेक्ट्रॉनिक अंक इंटीग्रेटर और कैलकुलेटर) पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय में शुरू किया गया था। इस कंप्यूटर में हज़ारो की संख्या में वैक्यूम ट्यूबों का इस्तेमाल किया गया था। यूनीवेक (यूनिवर्सल स्वचालित कंप्यूटर) यह कंप्यूटर सांख्यिक और वर्णमाला दोनों प्रकार डेटा को सँभालने के लिए पहला कंप्यूटर था और साथ ही यह पहला वाणिज्यिक कंप्यूटर भी था। 



World Wide Web (वर्ल्ड वाइड वेब) 1990 में अनावरण किया गया था, इसके बाद आने वाले वर्षो में कई नए ग्राफिकल वेब ब्राउज़र प्रोग्राम उपयोग में आने लगे, वेब और इंटरनेट के प्रसार एवं उपयोग ने सामान्य प्रयोजन (जनरल पर्पस) होम कंप्यूटिंग के विकास को गति दी। इसने और सोशल इंटेरजेक्शन को बढ़ावा दिया। आजकल ऐसे स्मार्ट फ़ोन की बहुत  डिमांड है जो टच स्क्रीन हो, जिससे मोबाइल कनेक्टिविटी हो एवं जिससे बहुत सारी कंप्यूटर एप्लीकेशन रन करा सकते हो।

आशा करता हूँ की आपको ये लेख पसंद आया होगा ऐसी ही कंप्यूटर नॉलेज (जानकारी) के लिए आप हमारी वेबसाइट को विजिट (देखते) करते रहे। अगर आपको लेख बहुत पसंद आया तो आप पोस्ट के निचे कमेंट कर सकते है। धन्यवाद !


Posted By - Manish Kumar Gangotri | TadkaBright.Com
 

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